۴ آذر ۱۴۰۳ |۲۲ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 24, 2024
शरई अहकाम

हौज़ा/हां,अगर इसे या इसके बच्चों के दीन व ईमान को खतरा हो तो हराम हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली सिस्तानी से पूछे गए सवाल का जवाब दिया हैं जो शरई मसाईल में दिलचस्पी रखते हैं,उनके लिए यह बयान किया जा रहा हैं।

सवाल:क्या यदि किसी के पश्चिमी देशों में प्रवास से उसके बच्चों के दीन व ईमान को खतरा हो तो क्या ऐसी सूरत में वहां हिजरत करना हराम हैं?


उत्तर:हां,अगर इसे या इसके बच्चों के दीन व ईमान को खतरा हो तो हराम हैं।

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